Shop Management

किराना दुकानदारों की परेशानियां और उनके समाधान!

किराना दुकानदारों की परेशानियां और उनके समाधान!

बड़े शहरों की चमचमाती इमारतें ध्यान अपनी ओर खींच ही लेती हैं। अगर शहरों की बात करें तो हफ्ते भर लोग मशीन की तरह काम कर रहें होते हैं और हफ्ते का आखिरी दिन उन्हें आराम के लिए मिलता है। इस एक दिन में लोग खरीदारी करने भी जाते हैं। 


अब जाहिर-सी बात है, इस एक दिन को लोग सिर्फ शॉपिंग पर ही खर्च नहीं करना चाहेंगे। वे चाहेंगे कि थोड़ी शॉपिंग करें, थोड़ा घूमें, खाएं-पिएं, बैठकर अपने परिवार वालों के साथ घर के बाहर कहीं बात करें। इन सब चीजों के लिए अगर उन्हें एक ही जगह मिल जाएं तो फिर क्या ही बात है! आज के समय में ये जगह है मॉल या सुपरमार्केट! शहरों में वीकेंड में सबसे ज्यादा भीड़ यही देखने को मिलती है। 


इस चमचमाहट में जो पीछे छूट रहा है वो है किराना स्टोर! हालांकि, छोटे शहरों में और गाँव में आज भी लोग दुकान से ही सामान खरीदना पसंद करते हैं। लेकिन लगातार हो रहे विकास से गाँव भी शहर में बदलने लगे हैं। ऐसे में, अगर वक्त रहते इस स्थिति को संभाला नहीं गया तो एक दिन इस चकाचौंध की चपेट में हर किराना स्टोर आ सकता है।


आज इस आर्टिकल में हर किराना दुकानदारों की परेशानियों के बारे में बात करेंगे और साथ ही देखेंगे कि इसका समाधान कैसे किया जा सकता है।


वे संघर्ष जिससे किराना दुकानदार हर रोज गुजर रहें हैं!


किराना दुकानदार और उनके संघर्षों की बात करें तो लिस्ट लंबी ही होती चली जाएगी। आइए देखते हैं उन खास बातों को जिसके कारण किराना दुकानदारों को हर दिन परेशानी उठानी पड़ती है। 


1. वित्तीय समस्या (Financial Problems)


  • किराना दुकानदार के पास वित्तीय समस्या काफी होती है। इनका बजट निश्चित होता है। अगर बजट थोड़ा भी इधर-उधर होता है तो वित्तीय समस्या खड़ी हो जाती है। 

  • आमतौर पर किराना स्टोर चलाने वाले दुकानदार मिडल-क्लास या लोअर मिडल-क्लास फैमिली से होते हैं। ऐसे में उनके नाम पर कुछ खास प्रॉपर्टी नहीं होती है, जिससे उन्हें बिजनेस के लिए लोन लेने में दिक्कत होती है। 

  • यहाँ तक कि अगर वो किसी तरह लोन ले भी लें तो सलाना लगने वाला इंटरेस्ट उनके मुनाफे को काफी कम कर देता है।

  • सरकार छोटा बिजनेस करने वालों के लिए कई स्कीम निकालती है, लेकिन कम ज्ञान के कारण किराना दुकानदार इन स्कीम का भी ठीक से फायदा नहीं उठा पाते या उन्हें इनके बारे में पता नहीं चल पता।

  • कभी-कभार किसी अनिश्चित कारण से जैसे कि बाढ़, कोरोना आदि से किराना दुकानदार का बिजनेस ठप होने के नजदीक आ जाता है। ऐसे में उनके सामने के बड़ी वित्तीय समस्या खड़ी हो जाती है।

2. ट्रेंड स्टाफ की कमी (Lack of Trained Staff)


  • किराना दुकान की आय यानि कि इनकम इतनी ही होती है कि वो मामूली रकम देकर ही किसी को हायर कर पाते हैं। कुछ दुकानदार तो ये भी नहीं कर पाते।

  • ऐसे में किराना दुकानदार ट्रेंड स्टाफ को नौकरी पर नहीं रख पाते।

  • आमतौर पर किराना दुकान ज्यादातर छोटे शहरों या गाँव में होते हैं, ऐसी जगह पर प्रोफेशनल स्टोर मैनेमेंट करने वाले लोगों का मिलना मुश्किल होता है।

  • अगर कोई मिल भी जाए तो सैलरी के अलावा दुकानदार कोई अन्य सुविधा अपने स्टाफ को नहीं दे पाता, जिसके कारण लोग किराना स्टोर में नौकरी करना ज्यादा पसंद नहीं करते।

3. कस्टमर को आकर्षित करने में परेशानी (Difficult to attract costumers)


  • किराना दुकानदारों के लिए आज के समय में कस्टमर को आकर्षित करना काफी मुश्किल हो चुका है। 

  • किराना स्टोर आमतौर पर छोटी-सी जगह में होता है, जिसके कारण वो कुछ नया एक्सपेरिमेंट नहीं कर पाते। 

  • जहां एक तरफ सुपरमार्केट्स हर स्पेशल मौके पर डिस्प्ले एडवरटिजमेंट (प्रचार) करते हैं, किराना दुकानदार के पास एक पोस्टर लगाने की भी पर्याप्त जगह नहीं होती।

  • किराना दुकानदार काफी कम प्रॉफ़िट पर काम करते हैं, ऐसे में सुपरमार्केट की तरह वो अत्यधिक डिस्काउंट और ऑफर भी नहीं दे सकते।

  • मॉल और सुपर मार्केट की तरह किराना दुकानदार कस्टमर को आकर्षित करने के लिए गेम्स या कॉन्टेस्ट भी नहीं करवा पाते।

4. बिजनेस बढ़ाने के कम चांस (Less Scope to grow business)


  • एक सीमित जगह में दुकान होने की वजह से किराना दुकानदार के लिए बिजनेस बढ़ाना काफी मुश्किल होता है।

  • अगर वो नए प्रोडक्ट लाएंगे तो उन्हें रखेंगे कहाँ? एक और ब्रांच बढ़ाना चाहते हैं तो इतनी इनकम कहाँ से आएगी? 

  • इसी कारण से FMCG ब्रैंड्स के साथ भी ये किसी तरह की बड़ी डील नहीं कर पाते, ना ही कोई Franchise ले पाते हैं।

5. बिजनेस मैनेजमेंट में कमी (No Proper Business Management)


  • आमतौर पर किराना स्टोर परिवार के लोग ही चला रहें होते हैं। 

  • ऐसे में बिजनेस को बढ़ाने के तरीकों के बारे में इन्हें काफी कम जानकारी होती है।

  • या तो लोगों ने खुद दुकान शुरू की होती है या पिता/भाई या किसी और से मिली होती है।

  • ऐसे में दुकान में बिल मैनेजमेंट, स्टॉक मैनेजमेंट आदि का तरीका सालों से एक जैसा ही चला आ रहा होता है।

  • इस कारण से बिजनेस मैनेजमेंट की हालत खस्ता होती है।

6. मार्केटिंग में चैलेंज (Marketing Challenges)


  • किराना दुकानदारों का दिन-भर का एक फिक्स रूटीन होता है। इस रूटीन में मार्केटिंग के लिए शायद ही कोई जगह होती है। 

  • इसके अलावा मार्केटिंग में लगने वाले पैसे भी किराना दुकानदार अफोर्ड नहीं कर पाते क्योंकि इनका काम काफी सीमित बजट में होता है।

  • अगर कोई किराना दुकानदार मार्केटिंग करना भी चाहे फिर भी उन्हें इसके सही तरीके के बारे में ज्ञान नहीं होता।

  • किराना दुकानदारों को मार्केटिंग के टूल्स और तकनीक के बारे में न के बराबर जानकारी होती है।

7. जगह की कमी (No extra space)


  • आप ज्यादातर किराना दुकानों पर नजर दौड़ा लें, आपको ये छोटे से जगह में स्थित नजर आएंगे।

  • जगह की कमी के कारण ये नए प्रोडक्ट्स को अच्छे तरीके से डिस्प्ले (दिखाना) नहीं कर पाते हैं।

  • कम जगह के कारण कस्टमर के बैठने की कोई जगह नहीं होती है।

  • कम जगह, भीड़ के वक्त भी कस्टमर का बुरा रिस्पॉन्स दिखाती है।

  • कम जगह के कारण ये ज्यादा सामान स्टॉक करके नहीं रख पाते हैं। इसके लिए उन्हें अलग से ‘गोदाम’ (store room) लेना पड़ता है। 

  • जगह की कमी के कारण कस्टमर को प्रोडक्ट्स इन्हें खुद दिखाने पड़ते हैं। इनकी दुकान में ग्राहक के पास ऑप्शन नहीं होता कि वो खुद से अपनी शॉपिंग कर पाएं।

  • कम जगह के कारण काफी लोगों को पार्किंग में दिक्कत होती है, जिससे लोग दुकान में आना नहीं चाहते।

8. मार्जिन की समस्या (Low Margin)


  • किराना दुकानदारों के पास मार्जिन की काफी समस्या होती है। 

  • सुपरमार्केट या बड़ी दुकानें काफी बड़े पैमाने पर स्टॉक खरीदती हैं, जिससे उन्हें काफी डिस्काउंट मिलता है। यही डिस्काउंट वो आगे कस्टमर को दें पाते हैं।

  • इसका ठीक उल्टा किराना दुकानदारों के साथ होता, ये लोग सुपरमार्केट के मुकाबले काफी कम स्टॉक उठाते हैं।

  • इस कारण से ये कस्टमर डिस्काउंट और ऑफर नहीं दे पाते, जिससे कस्टमर किराना दुकान में शॉपिंग करना कम पसंद करते हैं।

9. स्टॉक मैनेज करने में दिक्कत (Difficulty in managing store)


  • किराना दुकानदारों को स्टॉक मैनेज करने में भी काफी दिक्कतें आती हैं। 

  • त्योहारों के समय कभी स्टॉक बच जाता है तो कभी कम पड़ जाता है।

  • काफी स्टॉक चूहे खराब कर देते हैं।

  • कई बार दुकानदार ट्रैक नहीं कर पाते कि किस वक्त उन्हें कितने स्टॉक की जरूरत पड़ेगी।

10. उधार में फंसे पैसे (Credit Problems)


  • अक्सर लोग किराना दुकान से सामान ले जाते हैं और महीने में एक साथ पैसे देते हैं।

  • कई बार ये महीना दो-तीन महीने में भी बदल जाता है।

  • जान-पहचान होने के कारण दुकानदार ग्राहक को उधार देते हैं और मना भी नहीं कर पाते।

  • ऐसे में कई बार दुकानदार के पैसे लंबे समय तक फंसे रहते हैं।

किराना दुकानदार अपनी समस्याओं को समाधान में कैसे बदल सकते हैं?


ऊपर आपने किराना दुकानदार की समस्याओं के बारे में जाना। अब हम बात करेंगे कि इन मुश्किलों का हल क्या है। किस तरह किराना दुकानदार अपने बिजनेस को इन परेशानियों से बाहर निकाल सकते हैं!


एक नजर सरकारी स्कीम पर रखें


हम समझते हैं सरकारी स्कीम के बारे में आपको डिटेल में जानकारी नहीं होती। लेकिन, आप कोशिश जरूर कर सकते हैं। अखबार की मदद, सोशल मीडिया से जुड़े ग्रुप को जॉइन करें या खुद से ज्यादा अनुभव दुकानदार मित्र की मदद लें। बिजनेस से जुड़ी मासिक पत्रिका से भी आपको काफी जानकारी मिल सकती है।


अपने स्टाफ को खुद से ट्रेन्ड करें


कोई फर्क नहीं पड़ता आपका स्टाफ ट्रेन्ड है या नहीं, आप उसे हमेशा नई चीजें सीखा सकते हैं। इससे आपके और स्टाफ के बीच में रिश्ता भी कायम होगा और वो आपके साथ लंबे समय तक जुड़ा रहेगा।


कस्टमर को आकर्षित करने में सोशल मीडिया की लें मदद 


अगर आपके ऐडवरटाइजमेंट की ज्यादा जानकारी नहीं है तो आप सोशल मीडिया की मदद हमेशा ले सकते हैं। आप अपने स्टोर का एक पेज बना सकते हैं और उसपर अपने स्टोर के अपडेट्स दे सकते हैं। इसके अलावा यू ट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर आप अपनी दुकान के बारे में वीडियो बनाकर डाल सकते हैं या फिर यू ट्यूब उपलब्ध कई वीडियो से टिप्स ले सकते हैं।


किराना क्लब ऐप पर हम ऐसे टिप्स सिर्फ आप जैसे दुकानदारों के लिए लेकर आते हैं। आप नियमित रूप से हमारे आर्टिकल पढ़कर बिजनेस के छोटे-मोटे टिप्स ले सकते हैं।


अपने स्टोर को ले जाएं ऑनलाइन


आज कल बिजनेस को ऑनलाइन ले जाना सबसे ज्यादा कस्टमर को आकर्षित करता है। ग्राहक को आराम भी चाहिए और सामान भी चाहिए। इसलिए रेगुलर कस्टमर के अलावा आप ऑनलाइन बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।


मार्केटिंग की स्किल्स सीखें


आज के समय में आपको ऑनलाइन बिना किसी फीस से मार्केटिंग स्किल सीखने को मिल जाएगी। आप सोशल मीडिया पर इस स्किल को सीख सकते हैं।


बिजनेस को बढ़ाने पर ध्यान दें 


बिजनेस, बिजनेस को बड़ा बनाने के लक्ष्य से करें। एक ही जगह पर संतुष्ट होने से आप कॉम्पीटिशन की दौड़ में पीछे छूट जाएंगे। आस-पास के लोगों को देखें कि वो कैसे अपने बिजनेस को बड़ा बना रहें हैं। अच्छी बातों पर अमल करें और नकारात्मक बातों को पीछे छोड़ दें।


बिजनेस को मैनेज करने की कला सीखें 


बिजनेस की मैनेजमेंट बेहद जरूरी है। जितने अच्छे से आप बिजनेस मैनेज करेंगे उतना ही आपका बिजनेस दुरुस्त होगा। मैनेजमेंट की टिप्स आपको ऑनलाइन काफी सारी मिल जाएंगी। किराना क्लब ऐप पर शॉप मैनेजमेंट सेक्शन में भी आपको काफी टिप्स देखने को मिलेंगी।


सारांश 


हर बिजनेस को खड़ा करने में, बड़ा बनाने में मेहनत और संघर्ष दोनों है। ऐसे में अपनी चुनौतियों को स्वीकार करें और उनपर काम कर के उन्हें आसान बनाएं और अपने बिजनेस को ऊंचाइयों तक ले जाएं।


हजारों रिटेलर हमसे सोशल मीडिया पर जुड़ चुकें हैं, हमें उम्मीद आप भी उनमें से एक हैं :)


अगर नहीं :( तो अभी जुड़ें, देर न करें : - 


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