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दुकान का Insurance कैसे करें? दुकान बीमा से क्या फायदे है?

दुकान का Insurance कैसे करें? दुकान बीमा से क्या फायदे है?

दुकान का इंश्योरेंस (insurance) कराना किराना साथियों के लिए बहुत ज़रूरी है। क्योंकि दुकान में कम से कम जगह में हम ज्यादा से ज्यादा सामान रखते हैं, रखना भी चाहिए। लेकिन, कम जगह में ज्यादा सामान रखने के नुकसान भी हैं, शॉर्ट सर्किट के कारण, अगरबत्ती जलाने के कारण आग लगने की संभावना हो सकती है। कोई नहीं जानता कि कब प्राकृतिक आपदा आ जाए, इसलिए तैयारी पहले से ज़रूरी है। हमारे विचार से “दुकान” का इंश्योरेंस हर किराना साथी को कराना चाहिए। आइये इस लेख में बीमा (bima) यानि इंश्योरेंस और किराना साथियों के लिए दुकान के इंश्योरेंस के बारे में विस्तार से जानते हैं।

विषय सूची:
• इंश्योरेंस क्या है ?
• किराना दुकान का Insurance कराने से फायदा
• Insurance कैसे कराएं
• Insurance में क्या कवर होता है
• दुकान के लिए ऐड ऑन कवर कैसे लें
• Dukan Insurance में प्रीमियम क्या है?
• Dukan insurance को कैसे क्लेम करें ?

इंश्‍योरेंस क्‍या है?

बीमा (इंश्योरेंस), जिसके द्वारा कुछ शुल्क (जिसे प्रीमियम कहते हैं) देकर हानि का जोखिम दूसरे पक्ष (बीमाकार या बीमाकर्ता) पर डाला जा सकता है। जिस पक्ष का जोखिम बीमाकर पर डाला जाता है उसे ‘बीमाकृत’ कहते हैं। बीमाकार आमतौर पर एक कंपनी होती है जो बीमाकृत (व्यक्ति) के हानि या क्षति को बांटने को तैयार रहती है और ऐसा करने में वह समर्थ होती है।

किराना दुकान का Insurance कराने से फायदा

अगर आप Shop Insurance अपनी दुकान के लिए लेते हैं तो किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा आने पर आपके दुकान में हुई नुकसान की भरपाई के लिए बीमा कंपनी आपको एकमुश्त राशि देती है।

अतः आप कह सकते हैं कि दुकान या बिजनेस का बीमा एक ऐसा बीमा होता है जो दुकान में प्राकृतिक रूप से नुकसान होने जैसे आग लगने, भूकंप आने जैसी स्थिति में दुकान में मौजूद सामान की कीमत का कवर आपको देता है।

इसके अलावा दुकान में चोरी होने की स्थिति में भी ये आपको वित्तीय सहायता प्रदान करता है।

जिससे आपको अपनी दुकान में इस तरह से कभी घाटा नहीं होगा और आप बहुत बड़ी परेशानी से बच सकते हैं।

Insurance कैसे कराएं?

यहाँ हम आपको बताना चाहेंगे कि दुकान का बीमा लेने की प्रक्रिया बहुत ही आसान होती है। दुकान का बीमा लेने के लिए सबसे पहले आपको अपने आसपास स्थित ऐसी इंश्योरेंस कंपनी के बारे में पता करना होगा जो दुकान का बीमा करती हो। आप चाहे तो किसी इंश्योरेंस एजेंट से भी मिलकर के दुकान के बीमा से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

अगर वह एजेंट किसी ऐसी कंपनी से जुड़ा हुआ होगा जो दुकान का इंश्योरेंस करती है तो वह एजेंट ही आपको दुकान का इंश्योरेंस करवाने की सारी प्रोसेस बता देगा और आपका इंश्योरेंस भी कर देगा।

एजेंट या ऑनलाइन बीमा तो आपका घर बैठे (ghar baithe) हो जायेगा, उसके लिए आपको कहीं भागने दौड़ने की जरुरत नहीं है।

इसके अलावा अगर आप डायरेक्ट कंपनी से बीमा कराना चाहते हैं तो आप उस कंपनी के ऑफिस जा सकते हैं और वहां से सारी जानकारी प्राप्त करके अपनी दुकान का बीमा करवा सकते हैं। नीचे हम आपको कुछ ऐसी कंपनियों के नाम दे रहे हैं, जो लोगों को दुकान का बीमा करवाने की सर्विस उपलब्ध करवाती हैं।

• ओरिएण्टल की दुकानदार बीमा पॉलिसी (orientel Insurance policy)

• भारत में शॉपकीपर इंश्योरेंस पालिसी (National insurance policy)

इसके आलावा कई प्राइवेट और सरकारी कम्पनियां दुकान का बीमा करती है।

Insurance में क्या कवर होता है

शॉप इंश्योरेंस प्लान 3 प्रकार के प्रकार हो सकते हैं

1. केवल आपकी दुकान के सामान को कवर करता है
2. आपकी बिल्डिंग/ढांचा और दुकान के सामान दोनों को कवर करता है
3. आपकी बिल्डिंग को कवर करता है।

आपको बता दें कि Dukan Insurance में किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा जैसे तूफान, बिजली, आग, बाढ़, चक्रवात बिजली या मानवीय आपदा जैसे दंगा, हड़ताल आदि कवर होता है।वहीं अगर आप चोरी का भी कवर कराना चाहते हैं तो आपको अलग से और प्रीमियम(premium) भरना पड़ेगा।आप चाहे हो मशीनरी ब्रेकडाउन और दुकान में काम करने के दौरान लगने वाली चोट का भी Insurance करा सकते हैं।

दुकान के लिए ऐड ऑन कवर कैसे लें

ऊपर हमने आपको कुछ आपदाओं के बारे में बताया है उसके अलावा भी कुछ ऐसे नुकसान होते हैं जिसके लिए दुकान खोलने वाले व्यक्ति को अलग से ऐडऑन कवर लेना पड़ता है, जिसके लिए उसे कुछ एक्स्ट्रा पैसे की पेमेंट करने पड़ते हैं। ऐडऑन में आतंकवाद, भूकंप, आदि से होने वाले नुकसान का कवर होते हैं।

Dukan Insurance में प्रीमियम क्या है?

दुकान के प्रीमियम की गणना निम्न बातों पर निर्भर करती है।

• दुकान किस शहर में है।
• दुकान का टोटल एरिया कितना है।
• कवर का अमाउंट कितना है।
• दुकान में किस प्रकार का काम होता है।
• आप कितने प्रकार के नुकसान पर बीमा लेना चाहते हैं।
• दुकान में टोटल कितने रुपए का माल भरा हुआ है।
• दुकान में टोटल कितने लोग काम करते हैं।

आपको बता दें कि, अगर कोई व्यक्ति किराने की दुकान को चलाता है तो उसके प्रीमियम की रकम, सुनार की दुकान से कम ही होगी। कहने का मतलब ये है कि प्रीमियम की राशि आपके व्यापार के प्रकार पर भी निर्भर करती है।

यहाँ हम आपको एक उदाहरण से बताना चाहेंगे कि अगर आप 5,00000 तक का बीमा अपनी दुकान के लिए लेते है तो उसे हर साल तकरीबन ₹5000 से लेकर के ₹10000 तक का प्रीमियम भरना पड़ सकता है। शहरी और ग्रामीण इलाकों में भी प्रीमियम की रकम में अंतर हो सकता है।

Dukan insurance को कैसे क्लेम करें ?

अगर आपको अपनी दुकान के लिए insurance claim करना है तो आपको एजेंट को सूचना देनी पड़ेगी जो आकर आपके दुकान में घाटे की जाँच पड़ताल करेगा और फिर एक रिपोर्ट तैयार करेगा।इस रिपोर्ट के आधार पर आपका Insurance Claim हो जाएगा।

क्या आपने अपनी दुकान के लिए Insurance लिया है या नहीं, कमेंट करके हमें बताएँ, साथ ही इस लेख को अपने किराना साथियों के साथ शेयर भी जरूर करें, धन्यवाद!

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